अनिल टुटेजा के रिश्तेदार सहित कई ठिकानों पर दबिश
बिलासपुर।शराब और डीएमएफ घोटाले की जांच ने नया मोड़ ले लिया है।जब ईओडब्ल्यू और एसीबी की संयुक्त टीमों ने बिलासपुर शहर में तड़के से कई ठिकानों पर एकसाथ दबिश दी। कार्रवाई का सबसे बड़ा फोकस पूर्व प्रशासनिक अधिकारी और बहुचर्चित शराब घोटाले के आरोपी अनिल टुटेजा के रिश्तेदार—अशोक टुटेजा का दयालबंद स्थित आवास रहा, जहाँ टीम रविवार की सुबह से दस्तावेज़ और डिजिटल रिकॉर्ड खंगालती रही।
अशोक टुटेजा के दयालबंद आवास के अलावा जगमल चौक और गोलबाजार क्षेत्र में भी तलाशी अभियान चलाया गया। टीमों ने घरों और कारोबारी प्रतिष्ठानों से वित्तीय कागज़, रजिस्ट्री दस्तावेज़, मोबाइल डेटा और डिजिटल स्टोरेज की गहन पड़ताल की। कई परिसरों की बाहरी सुरक्षा बढ़ा दी गई और लोगों की आवाजाही सीमित की गई।
बिलासपुर के दयालबंद, जगमल चौक और गोलबाजार क्षेत्रों में कार्रवाई की रफ्तार देखकर अनुमान है कि छापेमारी देर रात तक चल सकती है। एजेंसी ने कई परिसरों को आंशिक रूप से सील किया है और दस्तावेज़ों की गहन छानबीन जारी है।
*डिजिटल रिकॉर्ड और नकदी लेनदेन पर फोकस*
टीमें उन रिकॉर्ड्स की जांच पर विशेष ध्यान दे रही हैं जिनसे अवैध संपत्ति, किकबैक नेटवर्क, या डीएमएफ और शराब लॉबी के बीच किसी गहरे कनेक्शन के संकेत मिलते हों। बरामद सामग्री को डिजिटल फोरेंसिक के लिए रायपुर भेजा जा सकता है।
*आबकारी अफसरों पर कड़ी नज़र—बाद में खुलासा*
जांच सूत्रों के अनुसार, कार्रवाई के बाद बिलासपुर से लेकर पूरे प्रदेश के आबकारी अधिकारियों और विभागीय कर्मचारियों पर भी ईओडब्ल्यू–एसीबी की तिरछी नज़र बनी हुई है। माना जा रहा है कि यह घोटाला कई स्तरों पर फैला हुआ है और छापेमारी पूरी होने के बाद जांच एजेंसी महत्वपूर्ण खुलासे कर सकती है। कई अधिकारी आंतरिक निगरानी में हैं और एजेंसी ने उनकी गतिविधियों का प्रारंभिक विश्लेषण भी शुरू कर दिया है।
*प्रतिष्ठानों से वित्तीय लेनदेन से जुड़े कागज़, मोबाइल, लैपटॉप और रजिस्ट्री दस्तावेज़ की पड़ताल*
बिलासपुर में शराब और डीएमएफ घोटाले की जांच ने सोमवार को बड़ा मोड़ ले लिया, जब ईओडब्ल्यू और एसीबी की संयुक्त टीमों ने शहरभर में तड़के से कई ठिकानों पर एकसाथ दबिश दी। कार्रवाई का मुख्य केंद्र पूर्व प्रशासनिक अधिकारी व शराब घोटाले के आरोपी अनिल टुटेजा के रिश्तेदार अशोक टुटेजा का दयालबंद स्थित मकान रहा, जहाँ जांच दल सुबह से दस्तावेज़ और डिजिटल रिकॉर्ड खंगालता रहा।दयालबंद के अलावा जगमल चौक और गोलबाजार क्षेत्रों में भी टीमों ने तलाशी अभियान चलाया।
*शराब और डीएमएफ घोटाले की जांच में जुटी है टीम*
छापों के दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती से स्थानीय इलाकों में सुबह से हलचल बनी रही।राज्यभर में जारी इस व्यापक अभियान में रायपुर, दुर्ग, अंबिकापुर, जगदलपुर और बिलासपुर शामिल हैं। शराब घोटाले की जांच डीएसपी सुरेश ध्रुव के नेतृत्व में और डीएमएफ घोटाले की जांच डीएसपी राहुल शर्मा के मार्गदर्शन में की जा रही है। दोनों मामलों से जुड़े धन प्रवाह और संभावित साठगांठ की परतों को जोड़कर समझने पर विशेष जोर दिया जा रहा है।
*ईओडब्ल्यू ने डीएमएफ घोटाला एवं शराब घोटाला प्रकरण में राज्य के 19 स्थानो पर सर्च कार्यवाही*
एसीबी ने बताया कि डीएमएफ घोटाला प्रकरण में ब्यूरो में पंजीबद्ध अपराध क्रमांक 02/2024 धारा 7, 12 भ्र.नि.अधि. 1988 यथासंशोधित 2018 एवं 420, 120(बी) भा.दं.वि. तथा शराब घोटाला प्रकरण में पंजीबद्ध अपराध क्रमांक 04/2024 धारा 7, 12 भ्र.नि.अधि. 1988 यथासंशोधित 2018 एवं 420, 467, 468, 471, 120(बी) भा.दं.वि. के अंतर्गत ब्यूरो द्वारा कुल 19 ठिकानों पर सर्च की कार्यवाही की गयी।
डीएमएफ घोटाला प्रकरण में हरपाल सिंह अरोड़ा एवं अन्य से जुड़े हुये व्यक्तियों/ठेकेदारों के रायपुर जिले में 4, बिलासपुर 2, सरगुजा 2, कोण्डागांव 1, धमतरी 1, बलरामपुर 1 11 स्थानों पर, इसी तरह शराब घोटाला प्रकरण में जेल में निरूद्ध आरोपी अनिल टुटेजा एवं निरंजन दास के परिजनों के बिलासपुर जिले में 4, रायपुर 2, दुर्ग 1, बस्तर 1 कुल 8 स्थानों पर सर्च कार्यवाही की गयी। कार्यवाही के दौरान महत्वपूर्ण दस्तावेज एवं इलेक्ट्रानिक साक्ष्य जप्त की गयी है। साक्ष्य अनुसंधान में शामिल कर अग्रिम विवेचना जारी है।